दोस्तों आज हम आपको एक ऐसी कहानी सुनने जा रहे है जो आपको सफलता पाने पे मजबूर कर देगी। आपको सफलता की उचाइयों पर पहुँचने से कोई भी नहीं रोक पाएगा। कामयाबी आपके कदम चूमेगी। आप इस कहानी को पढ़ के इस से सीख लीजिए और उस सीख को अपने जीवन में अमल करिए। व्यक्ति को कामयाबी तक पहुंचने के लिए अपनी ज़िन्दगी में हमेसा प्रयास करते रहना चाहिए।सफलता व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। आज के समय में हर कोई इसे प्राप्त करने में लगा है।
यह एक स्थिति नहीं, बल्कि एक संवाद और सामर्थ्य की प्रतीति है। दुनिया के हर कामयाब इंसान ने अपनी शुरुवात शून्य से ही की है। मेरा पूरा वादा है आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी।सफलता का मतलब सिर्फ मानवीय समृद्धि नहीं होता, बल्कि यह एक अनुभव और सीखने का सफर होता है जो हर कोई नहीं कर पाता। यह कहानी पढ़ के आपके अंदर आत्मविश्वास आयेगा और उम्मीद की नई किरण जागेगी। तो चलिए दोस्तों शुरू करते है अपनी कहानी बिना समय गवाये।
नाव वाले की कहानी।(Student Motivational Stories In Hindi For Success)
एक बार एक बहुत बड़ा बिजनेसमैन एक छोटे से अपने बिज़नेस के काम से गांव में जाता है। उसका प्लान होता है कि उस गांव में एक फैक्ट्री लगानी है। वह एकवह एक ऐसी जगह तक पहुंच जाता है जहां पर उसके सामने नदी होती है और उसके सामने गांव था।होता है अब उसके पास में दो ऑप्शन होते हैं। एक, कि वह सड़क के रास्ते से घूम करके उस गांव तक पहुंचे, जिसमें करीब करीब आठ घंटे लगेंगे, क्योंकि डायरेक्ट कोई रास्ता नहीं है वहां तक पहुंचने का। दूसरा के सिर्फ 20 मिनट में एक नाव में बैठ करके उस नदी को पार करके उस गांव तक पहुंच जाए। तो अपना टाइम बचाने के लिए उसने उस नाव में बैठने का डिसीजन लिया। वो नाव बहुत ही छोटी सी थी जिसमें एक तरफ एक आदमी बैठा था जो कि नाव चला रहा था और दूसरी तरफ बिजनेसमैन बैठा हुआ था।
Student Motivational Stories In Hindi For Success
नाव में बैठने के थोड़ी देर बाद उस बिज़नसमैन ने उस नाव वाले से पूछा, तुझे पता है तेरी नाव में कौन बैठा है? तो नाव वाले ने बड़े भोलेपन से कहा, हाथ जोड़कर की नहीं साहब, मुझे नहीं पता कौन है। तो बिजनेसमैन बोला अरे तू अखबार नहीं पढता है क्या ? हर दूसरे दिन मेरी फोटो आती अखबार में तो नाव वाला बोला अरे साहब मुझे कहां पढ़ना लिखना आता है। मैं बहुत छोटा सा था जब मेरे पिताजी गुजर गए थे तो अपने परिवार का ध्यान रखने के लिए मैं बचपन से ही काम में लग गया और तभी मेरा स्कूल छूट गया। यह सुनकर उस बिजनेसमैन ने उसका मजाक उड़ाते हुए उसको कहा, तुझे पढ़ना लिखना तक नहीं आता है। ऐसी जिंदगी का क्या फायदा?
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यह सुनकर कि उस नाव वाले को बुरा तो लगा, लेकिन उसने कुछ नहीं कहा। थोड़ी देर बाद वह बिजनेसमैन उस नाव वाले से बोला अभी कुछ दिन बाद जो सामने तू जमीन देख रहा है। यहां पर मेरी एक बहुत बड़ी फैक्ट्री ,जहां पर हमारे ब्रांड की मिनरल वॉटर की बॉटल्स बनेगी। इस नाव वाले को बात समझ नहीं आई। उसने कहा क्या बनेगा साहब? तो बिजनेसमैन थोड़ा सा इरीटेट हो करके बोला कि हमारे यहां पर पानी की बोतलें बनेंगी जो तेरे गांव में नहीं बिकेगी, लेकिन शहरों में बहुत बिकती है। अरे कभी तू शहर गया होगा तो तुमने देखी होगी पानी की बोतलें रखी होती दुकानों पर। फिर नाव वाला बोला अरे साहब मुझे कैसे पता होगा। मैं तो कभी इस गांव से बाहर गया ही नहीं। फिर बिजनेसमैन उसके ऊपर हस्ते हुए बोला तू कभी इस गांव से बाहर तक नहीं गया।
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तुझे पता ही नहीं कि शहर क्या होता है? अरे ऐसी जिंदगी का क्या फायदा? उसकी बात सुन करके उस नाव वाले को सच में लगने लगा कि मेरी जिंदगी शायद किसी काम की नहीं है। अपनी सोच की वजह से उसका नाव से ध्यान हटा और तभी नाव की टक्कर हो गई। एक बड़े से पत्थर से जिसकी वजह से नाव में पानी भरने लगा और नाव डूबने लगी। उस जगह पर पानी बहुत ही गहरा था और किनारा दूर था। नाव वाले को समझ आ गया कि अब इस नाव को बचाने का कोई तरीका नहीं है और वो अपनी जान बचाने के लिए नदी में छलांग मारने ही वाला था। तभी उसने उस बिजनसमैन से पूछा साहब आपको तैरना तो आता है ना?
तो बिजनेसमैन घबरा करके बोला ऐसा क्यों पूछ रहे हो? मुझे तैरना नहीं आता है। उसकी बात सुनकर नाव वाले को हंसी आ गई और वह बोला अरे साहब आप को तैरना तक नहीं आता, ऐसी जिंदगी का क्या फायदा? यह सुन करके उस बिजनेसमैन को अपनी गलती का एहसास हुआ और वह हाथ जोड़ कर के उस नाव वाले से बोला, तुम जो कहोगे मैं तुम्हें दूंगा, बस मेरी जान बचा लो। तो उस नाव वाले ने बोला अरे साहब, आप घबराओ नहीं, मुझे सिर्फ तैरना नहीं आता है, मुझे डूबते लोगों को बचाना भी आता है।(Student Motivational Stories In Hindi For Success)
आप मुझे कसकर पकड़ लो, मैं आपको कुछ नहीं होने दूंगा। फिर उस नाव वाले ने न सिर्फ अपनी बल्कि उस बिजनेसमैन की भी जान बचाई। तो इस कहानी से हम एक बहुत बड़ी सीख ले सकते हैं। क्या मैं जिंदगी में कभी भी किसी का भी मजाक उड़ाना चाहिए या उसको अपने से कम नहीं समझना चाहिए? क्योंकि हमें नहीं पता कि हमें कब, कहां, कैसे किस की जरूरत पड़ जाए।
निष्कर्ष (Student Motivational Stories In Hindi For Success)
दोस्तों हमें ज़िन्दगी में कभी किसी को बड़ा या छोटा नहीं समझना चाहिए। हर इंसान अपनी – अपनी फील्ड में उस्ताद होता है। हमे अपने ऊपर हौसला रखना चाहिए और कभी भी अपने आप को किसी और से कम नहीं समझना चाहिए। ज़िन्दगी में हमेसा कामयाबी के लिए कोशिश करते रहना चाहिए।
सफलता एक दिन ज़रूर मिलिगी। दोस्तों अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो Like ज़रूर करे। यदि आपके मन में किसी भी प्रकार का सवाल हो तो हमे Comment करके ज़रूर बताये। हमारे इस लेख को अपने दोस्तों में भी Share करे। हमारा लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद।